nephrotic syndrome symptoms बच्चों के साथ- साथ कही आप भी तो नहीं हो रहे इस रोग से ग्रषित nephrotic syndrome के लक्षण क्या हैं जाने

nephrotic syndrome symptoms: दोस्तों नेफ्रोटिक सिंड्रोम क्या होता है? इसके क्या क्या लक्षण होते हैं? यह किस प्रकार से हमारे शरीर को नुकसान पहुचाता है| और कैसे हम इसे कंट्रोल कर सकते हैं जैसे जैसे हमारे खून के अन्दर प्रोटीन की मात्रा कम होती है| वैसे वैसे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती जाती है| जिसकी वजह से हमारे शरीर में nephrotic syndrome symptoms नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लक्षण देखने को मिल सकते हैं|

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

nephrotic syndrome in hindi: नेफ्रोटिक सिंड्रोम किडनी की ऐसी बीमारी है जो कि ज्यादातर बच्चों में देखने को मिलती है इस बीमारी में क्या होता है कि हमारे यूरिन यानि पेशाब के ध्रुव प्रोटीन हमारे शरीर से बाहर निकलता जाता है| जिसकी वजह से हमारे शरीर में प्रोटीन की कमी होने लगती है|

जब हमारे शरीर में प्रोटीन की कमी होती है तो हमारे शरीर में अलग प्रकार के सिम्टम्स लक्षण देखने को मिलते हैं जब यह सारे सिम्टम्स लक्षण एक साथ शरीर में देखने को मिलते हैं तो तब हम इसे नेफ्रोटिक सिंड्रोम कहते हैं|

pregnancy symptoms in Hindi गर्भावस्था के लक्षण हिंदी में जाने

 nephrotic syndrome symptoms in child बच्चों में nephrotic syndrome के लक्षण क्या हैं?

nephrotic syndrome symptoms in child – क्या आपका बच्चा हमेशा थकावट महसूस करता है| क्या उसके शरीर में प्रोटीन की ​डिफिशिएंसी है या शरीर में सूजन है, तो इन संकेतों को नजर अंदाज न करें| यह लक्षण nephrotic syndrome in children के हो सकते हैं. नेफ्रोटिक सिंड्रोम किडनी से संबंधित एक आम सिंड्रोम है| जिसके वजह से शरीर को भारी नुकसान हो सकता है|

What should be eaten in nephrotic syndrome में क्या क्या खाना चाहिए?

foods to eat in nephrotic syndrome: दोस्तों पर आपको नहीं नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लक्षण दिख रहा है तो ऐसे में आपको नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लिए आहार युक्तियाँ हरी सब्जियां और फल। ताजा कटा हुआ मछली व मांस।

दूध और दही का सेवन करना चाहिए। सादा रोटी, चावल तथा अनाज, अनसाल्टेड स्नैक्स. साबुत अनाज, मक्खन व मार्जरीन जैसी चीजो का सेवन करना चाहिए|

chehre pe chandan lagane ke fayde ठंंड में उड़ रही है आपके चेहरे की चमक तो अपनाएं यह घरेलू नुक्सा

what should not be eat in nephrotic syndrome में क्या नहीं खाना चाहिए?

not be eat in nephrotic syndrome: यदि आपको नेफ्रोटिक सिंड्रोम है, तो आपको नमकीन आलू के चिप्स, नमकीन ब्रेड, पॉपकॉर्न, अचार आदि जैसे संसाधित या उच्च सोडियम वाली वस्तुओं से बचना चाहिए। प्रोटीन और वसा को भी नियंत्रित किया जाना चाहिए। अगर आप ऐसा चीजों की परहेज नही करते है तो आपका नेफ्रोटिक सिंड्रोम बढ़ सकता है|

nephrotic syndrome ठीक होने में कितना समय लगता है?

nephrotic syndrome symptoms: जिन बच्चों में पहली बार नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम का निदान कर ठिक किया गया है, उन्हें आमतौर पर स्टेरॉयड दवा प्रेडनिसोलोन का कम से कम 4-सप्ताह का कोर्स निर्धारित किया जाता है|

इसके बाद 4 और सप्ताहों के लिए हर दूसरे दिन एक छोटी खुराक दी जाती है। यह आपके बच्चे के गुर्दे से उनके मूत्र में प्रोटीन के रिसाव को रोकता है। जिससे रोगी जल्द नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम से  निजात पा जाते है|

लिवर खराब की पहचान और Symptoms of liver inflammation आप भी कर रहे ऐसी गलती तो हो जाये सावधान

नेफ्रोटिक सिंड्रोम का इलाज क्या आयुर्वेदिक दवा से किया जा सकता है?

What ayurvedic medicine can cure nephrotic syndrome: दोस्तो रोग के बढऩे पर पेट फूल जाता है और पेशाब कम होने लगता है व वजन बड़ जाता है। आयुर्वेदिक इलाज जब यह पता चल जाए कि मरीज नेफ्रोटिक सिंड्रोम जैसी बीमारी से पीडित है|

तो उसे किसी प्रशिक्षित आयुर्वेदिक वैद्य की निगरानी में गिलोय, पुनर्नवा व तारकेश्वर का रस पीना चाहिए। साथ ही शिलाजीतवादि वूटी, अमृता सत्व और गोदंती भस्म का सेवन करना चाहिए। जिसके सेवन से नेफ्रोटिक सिंड्रोम को काफी हद तक ठिक किया जा सकता है|

Benefits of eating lemon पित्त पथरी, गुर्दा पथरी, कब्ज, स्क्रीन और बालों के साथ जाने इसके कई औषधि गुण

nephrotic syndrome symptoms के बिमारी को रोका जा सकता है?

nephritic syndrome disease: दोस्तों अगर इसके लक्षण का पता चल जाता है और जल्द इसका इलाज किया जाये और डॉक्टर द्वारा बताए गए परामर्श और सलाह से अगर आप नियमित रूप से दवा का सेवन करते हैं और उनके बताए गए परहेज को बरकरार रखते हैं तो आप जल्द ही इस बीमारी को दूर भगा सकते है|

एक बार बीमारी का इलाज हो जाने के बाद, नेफ्रोटिक सिंड्रोम दूर हो सकता है और गुर्दे का कार्य सामान्य हो जाता है। अगर सही तरीके इलाज नही होता है तो जब लक्षण फिर से प्रकट होते हैं तो कुछ रोगियों को काफी जादा दिक्कतो का सामना करना पड़ सकता है। कुछ मामलों में, नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम गुर्दे की विफलता का कारण भी बन सकते हैं।

Follow on Google news

nephrotic syndrome symptoms बच्चों इस रोग से ग्रषित nephrotic syndrome के लक्षण क्या हैं इससे जुड़े प्रश्न

FAQ

nephrotic syndrome symptoms in child – क्या आपका बच्चा हमेशा थकावट महसूस करता है| क्या उसके शरीर में प्रोटीन की ​डिफिशिएंसी है या शरीर में सूजन है, तो इन संकेतों को नजर अंदाज न करें| यह लक्षण nephrotic syndrome in children के हो सकते हैं. नेफ्रोटिक सिंड्रोम किडनी से संबंधित एक आम सिंड्रोम है| जिसके वजह से शरीर को भारी नुकसान हो सकता है|

foods to eat in nephrotic syndrome: दोस्तों पर आपको नहीं नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लक्षण दिख रहा है तो ऐसे में आपको नेफ्रोटिक सिंड्रोम के लिए आहार युक्तियाँ हरी सब्जियां और फल। ताजा कटा हुआ मछली व मांस।

दूध और दही का सेवन करना चाहिए। सादा रोटी, चावल तथा अनाज, अनसाल्टेड स्नैक्स. साबुत अनाज, मक्खन व मार्जरीन जैसी चीजो का सेवन करना चाहिए|

not be eat in nephrotic syndrome: यदि आपको नेफ्रोटिक सिंड्रोम है, तो आपको नमकीन आलू के चिप्स, नमकीन ब्रेड, पॉपकॉर्न, अचार आदि जैसे संसाधित या उच्च सोडियम वाली वस्तुओं से बचना चाहिए। प्रोटीन और वसा को भी नियंत्रित किया जाना चाहिए। अगर आप ऐसा चीजों की परहेज नही करते है तो आपका नेफ्रोटिक सिंड्रोम बढ़ सकता है|

nephrotic syndrome symptoms: जिन बच्चों में पहली बार नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम का निदान कर ठिक किया गया है, उन्हें आमतौर पर स्टेरॉयड दवा प्रेडनिसोलोन का कम से कम 4-सप्ताह का कोर्स निर्धारित किया जाता है|

इसके बाद 4 और सप्ताहों के लिए हर दूसरे दिन एक छोटी खुराक दी जाती है। यह आपके बच्चे के गुर्दे से उनके मूत्र में प्रोटीन के रिसाव को रोकता है। जिससे रोगी जल्द नेफ्रोटिक सिन्ड्रोम से  निजात पा जाते है|

What ayurvedic medicine can cure nephrotic syndrome: दोस्तो रोग के बढऩे पर पेट फूल जाता है और पेशाब कम होने लगता है व वजन बड़ जाता है। आयुर्वेदिक इलाज जब यह पता चल जाए कि मरीज नेफ्रोटिक सिंड्रोम जैसी बीमारी से पीडित है|

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top