pregnancy symptoms in Hindi: क्या आपने किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाया है इस वजह से हो सकता है आपका गर्भधारण किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद गर्भधारण आम बात होती है पीरियड का ना आना ज्यादातर शारीरिक संबंध बनाने के बाद ही होता है| आपकी प्रेगनेंसी मिस है और नहीं आ रहा है रुक गया है तो आपको घबराने की कोई बात नहीं इसकी प्राथमिक उपचार प्राथमिक टेस्ट मार्केट में उपलब्ध है इसके जांच के लिए आप लोग किसी भी मेडिकल स्टोर से प्रेगनेंसी किट लाकर चेक कर सकते हैं और इनके लक्षणों से भी आप पता कर सकते हैं कि आप गर्भवती हैं या नहीं है|
वैसे तो प्रेगनेंसी के बहुत सारे लक्षण हैं (pregnancy symptoms in Hindi) लेकिन सर्वप्रथम पहला लक्षण पीरियड का ना आना माना जाता है इसके बाद कमर में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी होना, कमजोरी महसूस करना आदि | वैसे तो प्रेगनेंसी को कंफर्म करने के लिए प्रेगनेंसी किट का ही इस्तेमाल किया जाता है और इसका ज्यादा आसान तरीका भी होता है लेकिन आप थोड़ा सा ध्यान दें तो बॉडी खुद बता देती है कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं|
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प्रेगनेंसी क्या है? (what is pregnancy)
pregnancy symptoms in first month: प्रेगनेंसी क्रिया को ही हम प्रजनन क्रिया कहते हैं प्रेगनेंसी से ही बच्चों का जन्म होता है प्रेगनेंसी के माध्यम से महिलाएं गर्भ अवस्था में गर्भाशय में भ्रूण को विकसित करती हैं जिससे 9 माह बीतने के बाद वह बच्चे को जन्म देती है| प्रेगनेंसी 2 लोगों के शारीरिक संबंध बनाने के कारण होता है|
महिलाओं और पुरुषों में शारीरिक संबंध बनाने के कारण पुरुषों से निकलने वाले शुक्राणु महिलाओं के योनि के माध्यम से उनके अंदर प्रवेश करते हैं जिनके क्रियाओं के बाद एक भ्रूण बच्चे का निर्माण होता है जो 9 महीने बाद एक बच्चे का श्वरूप ले लेता है बच्चे के श्वरूप लेने के बाद महिला के द्वारा उस बच्चे का जन्म होता है इसी क्रिया को लोग प्रेगनेंसी कहते हैं|
प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते हैं?(pregnancy symptoms in Hindi)
जानकारी के लिए बता दें कि हर महिलाओं के प्रेगनेंसी के लक्षण अलग-अलग होते हैं कुछ महिलाओं में एक समान लक्ष्य पाए जाते हैं कुछ महिलाओं में कुछ अलग लक्षण पाए जाते हैं तो इन लक्षणों को मैं दो भागों में बांट दिया हूं| एक तो वह लक्षण जो करीब सभी महिलाओं में दिखाई देती है तथा दूसरा ऐसा लक्षण जो कुछ महिलाओं में दिखाई देती है|
1- मॉर्निंग सिकनेस
2- थकान महसूस होना
3- कमर दर्द या सिरदर्द
4- बार-बार पेशाब आना
5- भूख ना लगना
6- कब्ज गैस
7- उल्टी होना
8- मूड चेंज
9- वजायनल डिस्चार्ज
pregnancy symptoms in Hindi: सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि जो लक्षण मैं आपको बताने जा रहा हूं वह जरूरी नहीं है कि उस लक्षण को देखकर आप कंफर्म कर ले किया आप प्रेग्नेंट हैं 80% इन लक्षणों से प्रेगनेंसी होती है 20% यह लक्षण दूसरी वजह से भी आ सकते हैं इन लक्षणों को होने से आप प्रेगनेंसी टेस्ट जरूर करवाएं| सबसे पहले बात करते हैं उन लक्षणों के बारे में जो हर महिलाओं में दिखाई देती है तो सबसे पहला है ब्लड स्पोर्ट्स यानी कि ब्लीडिंग होना अगर आप प्रेग्नेंट होती हैं तो आपको थोड़ा बहुत ब्लीडिंग जरुर होगी|
1- ब्लीडिंग होना: कभी-कभी क्या होता है कि महिलाओं को थोड़ी थोड़ी ब्लीडिंग होती है तो यह बात महिलाओं को ध्यान देने योग्य है कि उन्हें ब्लीडिंग हो रही है या नहीं हो रही है कुछ महिलाएं ध्यान नहीं दे पाती हैं जिन्हें पता नहीं चल पाता है कि उन्हें ब्लीडिंग हो रही है क्योंकि यह बहुत थोड़ी सी ब्लीडिंग होती है यानी कि ब्लीडिंग होना अगर आप प्रेग्नेंट होती हैं तो आपको थोड़ा बहुत ब्लीडिंग जरुर होगी|
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What is the first symptom of pregnancy?
2- मॉर्निंग सिकनेस: प्रेगनेंसी के 9 महीने को तीन हिस्सों में बांटा गया है शुरुआती 3 महीने को मॉर्निंग सिकनेस बोलते हैं सुबह में जब आप सो कर उठती है और आपको लगेगा कि आप को उल्टी आ रही है और आपको कुछ भी अच्छा नहीं लगेगा|
3- भूख न लगना: अगर आप प्रेग्नेंट होती है तो आपको बिल्कुल भूख नहीं लगती है या तो आपको बहुत ज्यादा भूख लगने लगती है यदि आपको जो चीज पसंद होती है वह अच्छा नहीं लगती और जो ना पसंद होती है वह बहुत अच्छा लगने लगती है इसका कारण है शरीर में होने वाले हार्मोन चेंजिंग है|
4- मिस पीरियड: मिस पीरियड के एक हफ्ते बाद आपको मार्केट से किसी प्रेगनेंसी टेस्ट किट को लाकर अपने प्रेगनेंसी को चेक कर सकती हैं जिसे आपको पता चल सके कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं है प्रेगनेंसी के दौरान पीरियड न आना बहुत स्वाभाविक है|
अब बात करते हैं कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में जो कुछ महिलाओं में ही दिखाई देती है
1- त्वचा का कालापन: प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में महिलाओं को क्या होता है कि हार्मोन चेंज होते हैं जिसकी वजह से उनकी त्वचा (Skin) बहुत ही सेंसिटिव हो जाती है और उनके चेहरे पर काले काले धब्बे दिखाई देने लगते हैं और आंखों के नीचे दाग सर्कल भी हो जाते हैं और सूरज की रोशनी से काफी परेशानी होती है क्योंकि सूरज की रोशनी में ऐसा लगता है कि शायद स्किन जलने जैसी फीलिंग आती है|
2- सिर दर्द: प्रेगनेंसी के दौरान आपका ब्लड सरकुलेशन इतना ज्यादा बढ़ जाता है जो आपको बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए कार्य करता है यह क्रिया प्रेगनेंसी के दौरान बार-बार होती रहती है इस वजह से आपका सिर ज्यादा भारी हो जाता है या दर्द करने लगता है|
pregnancy me kya khana chahiye प्रेग्नेंसी में क्या खाना चाहिए
Symptoms of pregnancy in first month: आप प्रेग्नेंसी में यह सोच रही हैं कि आपको क्या खाना चाहिए और कितना खाना चाहिए जो बच्चों को भरपूर पोषण दे सके| इसलिए हमने सुबह से लेकर शाम तक खाने का चार्ट बना लिया है कि आप को क्या खाना चाहिए जिसको हम नीचे विस्तार से बताने वाले है| अगर आप इस नियमों के अनुसार भोजन करती हैं तो आपके शिशु का पोषण ही नहीं बल्कि उस शिशु में विकास भी होगा|
नाश्ता और दोपहर का भोजन और रात का खाना सुबह 07:00 बजे से रात्रि 08:00 बजे तक
1- सबसे पहले बात करते हैं सुबह के पहले निवाले के बारे में आपको सबसे पहले तीन से चार बदाम को पानी में भीगा कर खाना चाहिए जो शिशु के मानसिक विकास को बढ़ाने में मदद करता है|
2- शरीर को पूरे दिन शीतल और ऊर्जावान बनाने के लिए रात को आधा गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ 4 से 5 दाने काली किसमिस एक चम्मच मिश्री पाउडर मिलाकर पानी में भिगो कर सुबह खा सकते हैं|
3- सुबह आप नारियल का पानी भी पी सकते हैं जो आपको शीतल और शिशु के विकास के लिए लाभकारी है|
4- शिशु का वजन बढ़ाने के लिए आप सुबह में एक केले के साथ एक अखरोट व सेब भी खा सकते हैं| जो शिशु का वजन बढ़ाने में सहायक है|
5- आपको दूध पीना बहुत ही आवश्यक होता है दूध पीने से शिशु की हड्डियां मजबूत होती हैं दूध पीने से कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जो शिशु की हड्डियों को मजबूत बनाता है दूध को आप भोजन के साथ भी ले सकती हैं इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो बच्चों के विकास में लाभदायक होता है| अगर आपको पेट में गैस की प्रॉब्लम है तो आप दूध के साथ एक अकेला सुबह में खा सकते हैं जिससे आपको पेट में गैस की प्रॉब्लम नहीं होगी|
6- गर्भवती महिलाए अगर अंकुरित चना अंकुरित डालों का अगर सेवन करती हैं तो इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो शिशु के विकास के लिए अधिक लाभकारी है इसके साथ आप टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च, मिर्च, धनिया, नमक मिलाकर इसे और भी टेस्टी बना कर खा सकती हैं|
7- इटली को आप खा सकते हैं जो आपके लिए हेल्दी और oil-free रहेगा इसके साथ ही आप वेजिटेबल मिलाकर दलिया का भी सेवन कर सकते हैं जो आपको हेल्थी और प्रोटोन युक्त भोजन रहेगा|
8- प्रेगनेंसी में आपको समय-समय पर फलों का जूस का सेवन करना बहुत ही जरूरी होता है जो आपके मिनरल्स और विटामिंस की कमी को पूरा करता है और आपको संतरे और अनार का जूस भरपूर मात्रा में लेना चाहिए जिसमें विटामिन सी और पोटेशियम पाया जाता है जो आपके शिशु के लिए फायदेमंद होता है|
संतरे में पाए जाने वाले मैग्नीशियम जो आपका हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है और अनार में आयरन व फोलिक एसिड पाया जाता है जो आपके शरीर में खून की कमी को दूर करता है इसीलिए आपको अनार और संतरे के जूस का अधिक सेवन करना चाहिए|
9- प्रेगनेंसी में आपको नाश्ता में पनीर पराठे का सेवन जरूर करना चाहिए जिसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो शिशु के शारीरिक विकास के लिए फायदेमंद होता है|
10-प्रेगनेंसी महिला को रोजाना नियमित समय से नियमित भोजन कर लेना चाहिए जिसमें उन्हें एक कटोरी दाल, एक कटोरी सब्जी, एक कटोरी सलाद, दो-तीन रोटी, एक कटोरी दही को भोजन में खा सकती है आवश्यकता के अनुसार वह थोड़ा सा चावल भी भोजन में ले सकती हैं दाल में उनको मूंग की दाल और अरहर की दाल की ही सेवन करने चाहिए जो शिशु के शारीरिक विकास को बढ़ाने में मदद करता है|
11- प्रेग्नेंसी के समय गर्भवती महिला को हरी हरी सब्जियां जैसे आलू, गोभी, टमाटर, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, पालक, परवर, मेथी, धनिया व हरी सब्जी को ज्यादा सेवन करना चाहिए|
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प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए? (pregnancy me kya nahi khana chahiye)
कुछ गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के समय यह पता नहीं होता है कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए…..
1- प्रेगनेंसी के दौरान आपको कच्चा पपीता का सेवन बिलकुल नहीं करना है कुछ महिलाओं को लगता है कि पपीता खाना ही नहीं चाहिए तो ऐसी कोई बात नहीं है आप पका हुआ पपीता का सेवन जरूर कर सकती है|
2- प्रेगनेंसी महिलाओं को कच्चा दूध का सेवन नहीं करना चाहिए वैसे तो प्रेगनेंसी में दूध पीना बहुत ही अच्छा माना जाता है लेकिन कच्चा दूध या बिना उबला दूध का सेवन ना करें इससे आपको डायरिया या टीवी जैसी बीमारियां हो सकती हैं| दूध को पीने से पहले उसे अच्छी तरह से उबाल ले इसके बाद ही उसे पिए|
3- प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को 3 माह तक अनानास को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें ब्रोमेलैन नामक एक केमिकल पाया जाता है जिसकी वजह से गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है|
4- प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को मछली का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें एक वर्गरी नामक हानिकारक पदार्थ पाया जाता है यह खाने के बाद बच्चे तक पहुंचाता है जिसकी वजह से बच्चे का हॉट, दिमाग और नर्वस सिस्टम व किडनी का प्रॉब्लम क्रिएट कर सकता है ज्यादातर मछलिया जो मांस खाती हैं जैसे सार्क वगैरा उनके अंदर वर्गरी का मात्रा ज्यादा होता है तो हो सके तो आप मछली का सेवन बहुत कम से कम करें|
5- गर्भवती महिलाओं को कभी भी धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए इसमें निकोटीन और कार्बन मोनोऑक्साइड होता है जो शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति में दिक्कत पैदा करता है|
6- इसके बाद आपको अदरक का सेवन दिन में एक बार ही करना है और अगर आप कॉफी का सेवन करते हैं तो कॉफी भी आपको दिन में एक बार ही पीनी है|
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प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खाना चाहिए?
pregnancy symptoms in Hindi: प्रेगनेंसी के दौरान आपको कुछ ऐसी सब्जियों के बारे में बताएंगे जिसे आपको नहीं खाना चाहिए क्योंकि गर्भ में पल रहे बच्चों को इन सब्जियों से हो सकता है नुकसान सके साथ ही साथ आपको कटहल का सेवन बिलकुल नहीं करना है
1- गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को बैगन का सेवन नहीं करना चाहिए अगर आप इस बैगन का सेवन ज्यादा कर लेती हैं तो इससे गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है|
2- कच्चे पपीता का सेवन आपको बिल्कुल नहीं करना चाहिए कच्चे पपीते को हम कच्चा भी खाते हैं और सब्जी बनाकर भी खाते हैं तो कच्चे पपीते का सेवन आपको बिल्कुल नहीं करना है अगर आप इसकी बजाय पक्के पपीते का सेवन कर सकती है|
3- पत्ता गोभी का सेवा नहीं करना चाहिए और करेला का भी सेवन अगर आप करना चाहती हैं तो इनके बीजों को निकालकर कर सकती हैं क्योंकि बीजों में उमरचरी नामक तत्व मौजूद होता है जिसके खाने से गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाती है|
5- गर्भवती महिलाओं को कच्चा मांस, कच्चे अंडे और कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए ताकि आप एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सके|
4- गर्भवती महिलाओं को अदरक का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए अदरक तो ऐसे बहुत ही फायदेमंद चीज होती है लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए यह नुकसानदायक होती है जिसके ज्यादा सेवन से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है|
6- गर्भवती महिला को गर्भ अवस्था में कटहल की सब्जी का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि यह इतने हार्ड होते हैं जिनको पचाने के लिए लीवर को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत पड़ती है जिसकी वजह से शिशु पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है जिसकी वजह से बच्चे को क्षति पहुंच सकती है|
प्रेगनेंसी में पेट टाइट होना व दर्द के कारण जाने
pregnancy me pet dard: प्रेग्नेंसी के समय पेट में दर्द होना बहुत ही कॉमन बात है लेकिन कभी-कभी दर्द इतना ज्यादा होने लगता है कि जिसके लिए आपको डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाना बहुत जरूरी हो जाता है| ऐसा दर्द कभी-कभी शिशु और शिशु के मां के लिए बहुत ही हानिकारक होता है गर्भवती महिलाओं को ज्यादातर गैस की प्रॉब्लम से पेट दर्द ज्यादा होता है यह दर्द पेट में एक ही जगह पर हो सकता है या एक जगह से दूसरी जगह पर भी हो सकता है|
प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं को भोजन समय पर नहीं पचता है जो काफी लंबे समय तक अमाशय में पड़ा रहता है जिसकी वजह से गैस की प्रॉब्लम ज्यादा बढ़ती है इसी वजह से पेट दर्द होता रहता है| कभी-कभी प्रेग्नेंसी के समय दर्द इस कारण से भी होता है कि जिस तरह से बच्चा धीरे-धीरे बड़ा होता रहता है तो यूट्रस का साइज बढ़ता रहता है जिसके वजह से तनाव के कारण दर्द होता रहता है|
गर्भावस्था के समय पेट दर्द का उपाय: प्रेग्नेंसी के समय पेट में दर्द से बचने के लिए आपको दिन में थोड़ा थोड़ा ही भोजन करना चाहिए ज्यादा से ज्यादा आपको पानी पीना चाहिए और हमेशा टहले व एक्सरसाइज को जरूर करें ज्यादातर उस भोजन का उपयोग करें जिससे गैस प्राबलम की संभावना बहुत ही कम है|
प्रेगनेंसी में कैसे बैठना चाहिए? how to confirm pregnancy in first month
pregnancy symptoms after sex: प्रेग्नेंसी के समय गर्भधारण महिलाओ को सबसे ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है जिससे शिशु स्वस्थ रह सके इसलिए आपको अपना पूरा ख्याल रखना जरूरी है| आपको प्रेगनेंसी के दौरान भारी और ज्यादा काम करने से बचना चाहिए ज्यादा दौड़ने व कूदने से सावधान रहना चाहिए सीढ़ियों पर चढ़ना या उतरना भारी बोझा उठाना इन सभी चीजों से हमेशा आपको बचना चाहिए जिससे शिशु को कोई नुकसान ना हो और शिशु हमेशा स्वस्थ रहे|
प्रेगनेंसी में महत्वपूर्ण तथ्य जरूर जाने
1- प्रेगनेंसी में ऑफर डाइटिंग और अंडर डाइटिंग दोनों खराब है मां को सिर्फ 300 एक्स्ट्रा कैलोरी चाहिए होता है प्रेगनेंसी के दौरान प्रोटीन कॉन्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट और गुड फैट का ही सेवन करना चाहिए
2- गर्भवती महिला को थोड़ा-थोड़ा करके खाना खाना चाहिए ना कि सिर्फ एक ही बार में सारा खाना खाऐ उनको 3-4 बार में खाना खाना चाहिए हर दो 2 घंटे 3 घंटे में कुछ ना कुछ खाना चाहिए जिससे खाना पचेगा और एसिडिटी कम बनेगी|
3- प्रेगनेंसी के दौरान घी वगैरह खाकर ज्यादा वेट बढ़ जाता है तो इस दौरान प्रेगनेंसी कॉम्प्लिकेशंस होने लगते हैं जैसे- डायबिटीज और हाइपरटेंशन का रिस्क बढ़ जाता है|
4- प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को भारी वजन उठाने से बचना चाहिए उसे 10 से 12 किलो वजन ही उठाना चाहिए इससे ज्यादा वजन उसके लिए नुकसानदायक हो सकता है|
5- गर्भधारण की वजह से गर्भवती महिला को नींद पूरी तरह से नहीं आती है इस वजह से रात में कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए दिन में भी खाना खाने के बाद अगर हो सके तो 1 से 2 घंटे का रेस्ट करना चाहिए|
6- गर्भवती महिला को थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है बहुत ज्यादा आराम करने से अलग-अलग तरह की परेशानियां बढ़ सकती हैं हर 3 महीने में आपके डॉक्टर बताएंगे यह की एक्सरसाइज किस तरह से करना है आपको सबसे पहले ब्रीथिंग एक्सरसाइज प्रेगनेंसी योगा शुरू करें|
7- प्रेगनेंसी महिला को डिलीवरी के समय दर्द से डरना नहीं है दर्द बच्चे को नीचे धक्का देने में मदद करता है नॉर्मल डिलीवरी करने में मदद करता है नॉर्मल डिलीवरी में बच्चे को लंग्स से पानी निकलता है रिकवरी जल्द होती है और फीडिंग आसान हो जाती है|
8- प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह से ही दवा को खाएं समय-समय पर कुछ ना कुछ काम करते रहे जिससे आपकी शरीर में ब्लड सरकुलेशन बना रहे और समय-समय पर प्रेगनेंसी की जांच करवाते रहें|
9- प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स कर सकते हैं अगर दर्द और ब्लीडिंग न हो|
10- प्रेगनेंसी के दौरान कच्चे पपीता का सेवन बिल्कुल ना करें अगर आप कच्चा पपीता का सेवन करते हैं तो इससे गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है|
11- प्रेगनेंसी के दौरान बैगन, सौफ और मेथीदाना से पीरियड- शुरू हो सकते हैं जो की प्रेगनेंसी में नहीं होनी चाहिए इससे भ्रूण ग्रस्त गर्भपात होने का संभावना बढ़ सकता है|
12- प्रेगनेंसी के दौरान अंगूर का सेवन बिल्कुल ना करें अंगूर के सेवन से आपके हारमोंस में उथल-पुथल मच सकता है जो आपके शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक हो सकता है|
निष्कर्ष: आज की पोस्ट pregnancy symptoms in Hindi प्रेगनेंसी के बारे में ही बताया गया है प्रेगनेंसी के लक्षण, प्रेगनेंसी में आपको क्या खाना चाहिए? प्रेगनेंसी में आपको क्या करना चाहिए? प्रेगनेंसी में पेट के दर्द किस कारण से होते हैं? प्रेगनेंसी में कौन-कौन सी सब्जियां खाना चाहिए? इन सारी चीजों की जानकारी अच्छी तरह से बताई गई है अगर कुछ भी चीज अगर आपको और जानना है तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर आप जरूर पुछ सकते हैं अगर यह पोस्ट आपको अच्छा लगा तो कमेंट बॉक्स में अपना राय लिखकर जरूर दें|धन्यवाद!